गुरुराज भाटिकी
भाटिकी
जाति भेड़िया मानव
उद्देस्य - वुल्फानो को पुनः स्थापित करना
कार्यस्थल - वुल्फानो
जंगल का जल्लाद भेड़िया के पिता स्वरुप गुरुराज भाटिकी ।।राज कॉमिक्स जगत के एक अभिन किरदार है ।एक गुरु और पालक का किरदार रहा है भाटिकी का भेड़िया के जीवन में।वुल्फानो राज्य के प्रगति के लिए हमेशा तत्पर रहे है।।
इस किरदार का प्रथम आगमन हुआ भेड़िया के कॉमिक्स विशेषांक "वुल्फा" से ।और इस किरदार को रचा है कॉमिक्स जगत के दिग्गज आर्टिस्ट श्री धीरज वर्मा जी ने ।।
युद्ध कौशल /शक्तियां
गुरु भाटिकी को सभी प्राचीन युद्ध कला का ज्ञान है ।उन्होंने यह प्राचीन युद्ध कला वुल्फानो के राजा वुल्फा और उनके बेटे भेड़िया को ही सिखाया है ।भाटिकी तंत्र विद्या में भी माहिर है ।
संशिप्त कहानी
गुरु राज भाटिकी का जनम 50,000 हजार साल पहले धरती पर परमशक्ति ने भेड़िया वंश की स्थापना के लिए हुआ था ।भाटिकी के साथ प्रेताल और कालनेमि पैदा हुए थे ।परमशक्ति ने भेड़िया वंश की देख रेख करने हेतु भेड़िया पट्टिका भाटिकी को (वंसबीज),प्रेताल को कंठहार (गदा)और कालनेमि को कड़ा ( अद्भुत शारीरिक शक्ति )मिली थी।भाटिकी ने वंसबीज के जरिये सुबाहु और काकती को जन्म दिया।इन दोनों के माध्यम से ही भेड़िया वंश की नींव रखी गयी ।मगर शक्ति के मद में चूर कालनेमि और प्रेताल के कारण वुल्फानो को काफी संकट का सामना करना पड़ा ।ये दोनों भेड़िया वंश के शत्रु बन गए ।सुबाहु और काकती कालनेमि और प्रेताल का चाल का शिकार हो जाते है और मारे जाते है ।इस बीच काकति की प्रथम संतान वुल्फा वुल्फानो का राजा बनता है ।।गुरु भाटिकी इस तरह वुल्फानो का साम्राज्य बढ़ाते है ।मगर वुल्फा के मानव स्त्री से विवाह करने के कारण कोंकण राज्य वुल्फा पर हमला कर देती ही और वुल्फानो तबाह हो जाता है ।वुल्फा बंदी बना लिया जाता है ।।तब भाटिकी वुल्फा और सुवर्या की संतान कोबी को सब कुछ सिखाता है जो एक अचे योद्धा में होना चाहिये ।बाद में भेड़िया अपने पिता को जेल से छुड़ा लेता है और सुवर्या के पति को मारने की चेष्ठा करता है तब सुवर्या भेड़िया को श्राप देके उसे सोने का पुतला बना देती ही ।
भेड़िया के श्रापमुक्त होने का इंतेजार में कई हजार साल गुजर जाता ।भेड़िया कई हजार साल बाद श्रापमुक्त होता है और असम में जानवरों और आदिवासियों की रक्षा करने का भार अपने कंधों पर उठता है (भेड़िया, भेड़िया आया)।
गुरु भाटिकी भाटिकी को भेड़िया के पुनः जीवित होने का जब पता चलता है तब वह भेड़िया के पास आते है उसे वापस वुल्फानो लेने के लिए ।मगर भेड़िया जाने के लिए मना कर देता है।जिस कारण क्रोध में आकर भाटिकी अपने दूतो को भेजता है भेड़िया को जबरदस्ती लेने ।।मगर भेड़िया उन्हें मार डालता है ।तब भाटिकी खुद भेड़िया को वापस ले जाने आता है ।मगर भेड़िया की वचन के आगे भाटिकी झुक जाता है(कहानी इन कॉमिक्स में "बलि ,नहीं रहेगा आतंक,बागड़ बिल्ली और भाटिकी का जाल" ) ।
कुछ वर्षो बाद ही भाटिकी अपने तंत्र जाल के सहारे मोबोस और फोबोस नामक गृह को भेड़िया के अंदर प्रविष्ट करा देता ही जिससे भेड़िया का मानव और भेड़िया रूप अलग हो जाते है ।तब भेड़िया रूप कोबी को भाटिकी जेन को साथ लेकर तिलिस्म द्वार के जरिये वुल्फानो आने का आदेश देते है ।।मगर मानव रूप भेड़िया उन दोनों को जाने नहीं देता है।तब तक तिलिस्म बंद हो जाता है ।कोबी भेड़िया और जेन असम में ही रहने लगते है (कॉमिक्स "कोबी और भेड़िया")।
इसके बाद भी भाटिकी 1 दफा कोबी और जेन को साथ ले जाने के लिये चाल चलते है जब वह जेन को भेडियन बना देते है ताकि भेड़िया उसे छोड़ दे और कोबी के साथ वुल्फानो आ जाये ,,,मगर इस बार भी सफलता नहीं मिलती है भाटिकी को (पढ़े युवराज )।।कुछ सालों बाद कालनेमि वापस असम में आता है और कोबी भेड़िया को भाटिकी के खिलाफ झूठी कहानी सुनकर ,,भाटिकी को मारना चाहता था।उस वक़्त भेड़िया के सूझभूझ के कारण भाटिकी बच जाता है और कालनेमि को उसके हथियार कालखड़ाग के द्वारा किसी दूसरे काल में भेज देता है (पढ़े भेड़िया वंश )।कुछ समय बाद प्रेताल भी पुनः वापस आता है।कोबी और भेड़िया प्रेताल को मार देते है।(मर गया भेड़िया)
अमर प्रेम सीरीज - इस कॉमिक्स सीरीज में गुरुराज भाटिकी के साथ भोकाल भी भेड़िया के गुरु बनते है ।जब भोकाल कुबड़ा शैतान के कुचक्र के कारण विकासनगर से भाग जाता है व काले चेचक के प्रभाव में बीमार होता हुआ वुल्फानो आता ही तब भाटिकी ही भोकाल को ठीक करते है ।।और मदद के तौर पर खोयी तुरीन का भी पता बताते है ।इधर भेड़िया गुरु दक्षिणा के तौर पर तुरीन को वापस लाने जाता है ।तूरीन और भोकाल का मिलन होता है और कुबड़ा शैतान को भेड़िया के सहायता से विकासनगर से भगाने में सफल होते है ।।
इन सब के बाद गुरु भाटिकी कोबी की बलिष्ठपुर भेजते है ताकि कोबी का शक्तिपरीक्षण हो सके।पहले कोबी मन करता है मगर बाद में मान जाता है।बलिष्ठपुर में होने वाले शक्तिपरीक्षण मे विजेता बनने के लिए ऑथोपो का ताज लाना होता है जिसे कोबी वापस ल आने में सफल होता है । तब सम्राट भुक्रक अपनी बेटी सुकन्या का हाथ कोबी को देते है मगर कोबी इस रिश्ते को स्वीकार नहीं करता ।।कुछ समय बाद सुकन्या ताज लेकर भाटिकी और कोबी के पास आती है और बताती है कि इस ताज के शक्ति से उसके पिता पृथ्वी में राज्य करना चाहते है ।इस बीच सम्राट भुक्रक वहां आता है और सुकन्या को मार देता है ।तब भाटिकी के वार से भुक्रक घायल होकर भाग जाता हैं।।
सर्वनायक श्रृंखला:- गुरु राज भाटिकी का पुनःआगमन सर्वनायक सीरीज में हुआ है जहाँ बड़े रहस्यमयी ढंग से भेड़िया के पुत्र भेराक्ष को असम के जंगलों में लेकर आये है ।।
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